आत्महत्या सबसे बड़ा पलायन नहीं
उससे बड़ा पलायन है उसे टालते चले जाना
पलायन नाउम्मीदी की जाया नहीं
असंतुष्टि से जन्मी अदूरदर्शी क्रांति है
(कौनसी क्रांति दूरदर्शी रही है वैसे)
हारे हुए तो सब हैं
अपनी हार को खेल भावना के चलते
सहर्ष स्वीकार करना है पलायन
समर्पण भक्ति मार्ग का योगभ्रष्ट है यदि
तो ज्ञान मार्ग का भटका पलायन
पलायन में पूर्णता आने पर यकीन कीजिये
जब कुछ न होगा नकारने को
आप पलायन से भी पलायन कर जाओगे
सारे संरक्षित फोसिल्स के बीच
डो डो प्रजाति सा
पलायन नैसर्गिक है
___________________________
Title Courtesy : विनोद कुमार शुक्ल
उससे बड़ा पलायन है उसे टालते चले जाना
पलायन नाउम्मीदी की जाया नहीं
असंतुष्टि से जन्मी अदूरदर्शी क्रांति है
(कौनसी क्रांति दूरदर्शी रही है वैसे)
हारे हुए तो सब हैं
अपनी हार को खेल भावना के चलते
सहर्ष स्वीकार करना है पलायन
समर्पण भक्ति मार्ग का योगभ्रष्ट है यदि
तो ज्ञान मार्ग का भटका पलायन
पलायन में पूर्णता आने पर यकीन कीजिये
जब कुछ न होगा नकारने को
आप पलायन से भी पलायन कर जाओगे
सारे संरक्षित फोसिल्स के बीच
डो डो प्रजाति सा
पलायन नैसर्गिक है
___________________________
Title Courtesy : विनोद कुमार शुक्ल
bahut din baad apane purane andaz me :)
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आप की इस प्रविष्टि की चर्चा रविवार, दिनांक :- 24/11/2013 को "हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल {चर्चामंच}" चर्चा अंक - 50- पर लिंक की गयी है , ताकि अधिक से अधिक लोग आपकी रचना पढ़ सकें . कृपया पधारें, सादर ....
आप की ये सुंदर रचना आने वाले सौमवार यानी 25/11/2013 को नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही है... आप भी इस हलचल में सादर आमंत्रित है...
जवाब देंहटाएंसूचनार्थ।
एकमंच हम सब हिंदी प्रेमियों का साझा मंच है। आप को केवल इस समुह कीअपनी किसी भी ईमेल द्वारा सदस्यता लेनी है। उसके बाद सभी सदस्यों के संदेश या रचनाएं आप के ईमेल इनबौक्स में प्राप्त करेंगे। आप इस मंच पर अपनी भाषा में बात कर सकेंगे।
कोई भी सदस्य इस समूह को सबस्कराइब कर सकता है। सबस्कराइब के लिये
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[आप से भी मेरा निवेदन है कि आप भी इस मंच की सदस्यता लेकर इस मंच को अपना स्नेह दें तथा इस जानकारी को अपनी सोशल वैबसाइट द्वारा प्रत्येक हिंदी प्रेमी तक पहुंचाएं।]
बहुत सुन्दर !
जवाब देंहटाएं(नवम्बर 18 से नागपुर प्रवास में था , अत: ब्लॉग पर पहुँच नहीं पाया ! कोशिश करूँगा अब अधिक से अधिक ब्लॉग पर पहुंचूं और काव्य-सुधा का पान करूँ | )
नई पोस्ट तुम
बोहोत ही गहरी रचना .... साधुवाद
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